वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि वर्ष 2023-24 में प्रदेश में वन विभाग की ओर से दो करोड़ से अधिक पौधे रोपे जाएंगे। यह बात उन्होंने नरेंद्रनगर वन प्रभाग मुनि की रेती के केंद्रीय वन पौधशाला लीसा डिपो इंदिरानगर में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कही।
बृहस्पतिवार को आयोजित कार्यक्रम में भागीरथी वृत्त अंतर्गत वर्ष 2023-24 में प्रस्तावित पौधरोपण कार्यक्रम पर चर्चा की गई। मुख्य वन संरक्षक गढ़वाल नरेश कुमार ने बताया कि छह वन प्रभागों के 4437.496 हेक्टेयर क्षेत्रफल में पौधरोपण किया जाना है। इसमें विभिन्न प्रजातियों के 38 लाख 19 हजार 838 पौधे लगाए जाएंगे।
नरेंद्रनगर वन प्रभाग में 576.68 हेक्टेयर क्षेत्रफल के सापेक्ष 5,41,624 पौधे, टिहरी वन प्रभाग नई टिहरी में 852.341 हेक्टेयर के सापेक्ष 5,64,275 पौधे, टिहरी डैम वन प्रभाग प्रथम टिहरी में 1232.85 हेक्टेयर के सापेक्ष 10,65,950 पौधे, टिहरी डैम वन प्रभाग, द्वितीय, उत्तरकाशी में 333 हेक्टेयर के सापेक्ष 2,80,300 पौधे, भूमि संरक्षण वन प्रभाग उत्तरकाशी में 340 हेक्टेयर के सापेक्ष 3,40,000 पौधे और उत्तरकाशी में 1102.625 हेक्टेयर के सापेक्ष 10,27,689 पौधों का रोपण किया जाएगा।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए प्रत्येक वन प्रभाग में उच्च गुणवत्ता के पौधे तैयार किए जाने के लिए पौधशालाओं की स्थापना की गई हैं। इन्हीं में शामिल है केंद्रीय आधुनिक वन पौधशाला लीसा डिपो। वर्तमान में इस पौधशाला में लगभग छह लाख पौधों को उगाया जा सकता है।
पौधशाला में टिमुर, बाकली, धौड़ी, तिमला, पुतली, पीपल, बरगद आदि जल व मृदा संरक्षण की दृष्टि से घास प्रजातियों की पौध भी तैयार की जा रही है। इस मौके पर भागीरथी वन संरक्षक धर्म सिंह मीणा, नरेंद्रनगर प्रभागीय वनाधिकारी अमित कंवर, उप प्रभागीय वनाधिकारी किशोर नौटियाल, लीसा डिपो रेंज अधिकारी कमल सिंह पंवार आदि शामिल रहे।