प्रमुख नागरिक सामाजिक संगठन ने 24 घंटे बिजली आपूर्ति बंद करने पर आक्रोश व्यक्त किया है। लोगों को परेशान करने के लिए एक छोटा सा फाल्ट हुआ और आपूर्ति 24 घंटे तक बंद रखी गई। 15 मिनट में फाल्ट भी ठीक हो गया। ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता को पत्र लिखकर लापरवाह कर्मचारी-अधिकारी पर कार्रवाई की मांग की है। अध्यक्ष चौधरी चरण सिंह ने 12 जुलाई को शारदा नगर के कलेक्टर ए और बी में सप्लाई बंद कर दी थी। आर्यनगर सब स्टेशन से पता चला कि अंडरग्राउंड लाइन खराब है, लेकिन 13 जुलाई की दोपहर को सप्लाई ठीक करने पहुंचे कर्मचारियों ने फाल्ट को 15 मिनट में ठीक कर दिया। तब पता चला कि ट्रांसफार्मर के डिस्ट या इंसुलेटर खराब था। आरोप लगाया गया कि अधिकारी ने सभी स्टेशनों को फाल्ट की गलत जानकारी देकर धोखा दिया है। उसकी लापरवाही के कारण लोगों को 24 घंटे तक बिजली और पानी की कमी का सामना करना पड़ा।