गर्मियों की छुट्टी के बाद शनिवार से स्कूल खुल गए हैं, लेकिन पहले ही दिन प्रदेश भर के 508 से अधिक स्कूलों के औचक निरीक्षण में 321 शिक्षक और प्रधानाचार्य गायब मिले। माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीमा जौनसारी ने कहा इन शिक्षकों का वेतन रोकने के निर्देश के साथ ही इनका जवाब तलब किया गया है। वहीं छात्र-छात्राएं भी बहुत कम संख्या में स्कूल पहुंचे।
शिक्षा निदेशक के मुताबिक स्कूलों के निरीक्षण के लिए विभाग की ओर से अलग-अलग टीमें बनाई गई थी। निरीक्षण के दौरान अल्मोड़ा जिले में सबसे अधिक 39 सहायक अध्यापक अनुपस्थित मिले। जबकि पौड़ी में 32 सहायक अध्यापक निरीक्षण के दौरान स्कूल में नहीं मिले।
देहरादून जिले में भी 18 से अधिक शिक्षक अनुपस्थित मिले
शिक्षा निदेशक के मुताबिक उन्होंने 10 एवं अपर निदेशक माध्यमिक ने दो स्कूलों का निरीक्षण किया। निदेशक ने कहा उनके निरीक्षण के दौरान दो सहायक अध्यापक और एक प्रवक्ता अनुपस्थित मिले। जबकि अपर निदेशक माध्यमिक को निरीक्षण के दौरान एक प्रधानाचार्य, दो प्रवक्ता और दो सहायक अध्यापक स्कूल में नहीं मिले।
चंपावत जिले में 11 स्कूलों के निरीक्षण में आठ सहायक अध्यापक, 10 प्रवक्ता, एक प्रधानाचार्य, अल्मोड़ा जिले के 82 स्कूलों के निरीक्षण में 39 सहायक अध्यापक, 11 प्रवक्ता और पांच प्रधानाचार्य, बागेश्वर में 23 स्कूलों के निरीक्षण में छह सहायक अध्यापक, तीन प्रवक्ता, एक प्रधानाचार्य, नैनीताल में 23 स्कूलों में छह सहायक अध्यापक, तीन प्रवक्ता, एक प्रधानाचार्य, ऊधमसिंह नगर जिले के 43 स्कूलों में 15 सहायक अध्यापक, 17 प्रवक्ता, दो प्रधानाचार्य, पिथौरागढ़ जिले के 20 स्कूलों में 16 सहायक अध्यापक, 12 प्रवक्ता, दो प्रधानाचार्य स्कूल से नदारद मिले।
इसके अलावा हरिद्वार में आठ सहायक अध्यापक, दो प्रवक्ता, रुद्रप्रयाग में छह सहायक अध्यापक, चार प्रवक्ता, चमोली में चार सहायक अध्यापक, चार प्रवक्ता, टिहरी में 10 सहायक अध्यापक, पांच प्रवक्ता, उत्तरकाशी में पांच सहायक अध्यापक, सात प्रवक्ता एवं देहरादून जिले में भी 18 से अधिक शिक्षक अनुपस्थित मिले। वहीं पहले दिन मात्र 20 प्रतिशत छात्र स्कूल पहुंचे। विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक 46419 छात्र-छात्राओं में से स्कूल में 36931 छात्र अनुपस्थित रहे।