गुफा सर्किट से जुड़ेंगी यह गुफाएं
कोटेश्वर गुफा राईआगर के पास दूरी 2.5 किमी, पाताल भुवनेश्वर राईआगर से 24 किमी, भृगुतुगं पर्वत गुफा पाताल भुवनेश्वर से 5 किमी दूर मल्ला गर्खा गांव, महाकालेश्वर गुफा प्रसिद्ध महाकाली मंदिर से लगभग दो किलोमीटर दूर रावलगांव, मुक्तेश्वर गुफा महाकाली मंदिर से 1.5 किलोमीटर दूर रावलगांव, शीतला माता गुफा महाकाली मंदिर से 3 किलोमीटर दूर रावलगांव, महामंडलेश्वर गुफा महाकाली मंदिर से 3 किलोमीटर दूर रावलगांव, शैलेश्वर गुफा महाकाली मंदिर से 6 किलोमीटर दूर चोढियार गांव के पास, गुप्त गंगा गुफा महाकाली मंदिर से 9 किलोमीटर दूर गंतोलागांव के पास, लटेश्वर गुफा महाकाली मंदिर से 3 किलोमीटर दूर लाली गांव में, दाणेश्वर गुफा महाकाली मंदिर से 6 किलोमीटर दूर सुतार गांव में, मेलचोर गुफा महाकाली मंदिर से 9 किलोमीटर दूर, अमर गुफा महाकाली मंदिर से 21 किलोमीटर दूर अनर गांव में, भोलेश्वर गुफा महाकाली मंदिर से 14 किलोमीटर ( गंगोलीहाट- पिथौरागढ़ मुख्य सड़क पर भूली गांव में ), महेश्वर गुफा चमडुंगरा गांव में गंगोलीहाट – पिथौरागढ़ मुख्य सड़क पर।.
कोट
– गंगोलीहाट में गुफा सर्किट बनाने के लिए प्रस्ताव पर्यटन सचिव को भेजा गया है। पर्यटन सचिव से निर्देश मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।- कीर्ति चंद्र आर्या जिला पर्यटन अधिकारी पिथौरागढ़।
यह होगा लाभ
गुफा सर्किट और साहसिक पर्यटन शुरू होने से युवाओं को स्थानीय कृषि उत्पाद, होम स्टे, डेयरी उत्पाद, वर्ड वाचिंग ट्रैकिंग को बढ़ावा मिलेगा। इससे युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
पैराग्लाइडर को लुभाएगा जीबल गांव का टॉप
गंगावली वंडर्स के संयोजक सुरेंद्र सिंह बिष्ट, भूपेश पंत, भगवती प्रसाद पंत, सुनील रावल ने बताया कि जीबलगांव का टॉप पैराग्लाइडर को लुभाएगा। बताया कि विधायक फकीर राम टम्टा और जिलाधिकारी रीना जोशी के सहयोग से जीबल गांव के ऊपर टेक ऑफ साइट तक सड़क निर्माण के लिए जिला प्लान में संसाधन जुटाने की सैद्धांतिक स्वीकृति मिली है।
लैंडिंग के लिए चिटगल गांव में स्थल का निर्माण कराया जाएगा। जीबल गांव के प्रधान महेश सिंह, सरपंच रणजीत सिंह ने इसके लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र दे दिया है।
पैराग्लाइडिंग के क्षेत्र में कार्य कर रही हिमालयन गिफन कंपनी ने अपनी सर्वे रिपोर्ट में इस साइट को बहुत ही सुरक्षित और खूबसूरत घोषित कर रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। कुछ ही महीनों में इस क्षेत्र में पैराग्लाइडिंग शुरू होने की संभावना है। कवायद सफल रही तो आने वाले समय में गंगावली को साहसिक पर्यटन के क्षेत्र में नया मुकाम हासिल होगा।