देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल ऋषिकेश- कर्णप्रयाग रेल परियोजना के कार्य में एक और उपलब्धि जुड़ी है। रेल परियोजना पर शिवपुरी से गूलर के बीच निर्माणाधीन एक एस्केप टनल (निकासी सुरंग) का कार्य पूरा हुआ है। मुख्यमंत्री ने बटन दबाकर इस टनल में आखरी ब्लास्ट किया।
तीन दिन पहले रुद्रप्रयाग के नरकोटा में परियोजना की पहली एस्केप टनल का निर्माण पूरा हुआ था। जिसके बाद शुक्रवार को ऋषिकेश के शिवपुरी में दूसरी एस्केप टनल का कार्य पूरा हुआ है। करीब ढाई किलोमीटर लंबी इस टनल मैं गूलर तथा टनल- 2 के मध्य दोनों ओर से खुदाई की जा रही थी। शुक्रवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने टनल के भीतर आखिरी ब्लास्ट करने के लिए बटन दबाया। जिसके बाद टनल आपस में मिल गई है। अब इसके बाद टनल की फिनिशिंग की जाएगी।
शिवपुरी से गूलर के बीच 6.470 किमी लंबी मुख्य रेल टनल तथा इसके समानांतर इतनी ही लंबी एक एस्केप टनल (निकासी सुरंग) का निर्माण कार्य लार्सन एंड टर्बो (एलएंडटी) को सौंपा गया है। यह परियोजना भारतीय रेलवे की सबसे चुनौतीपूर्ण रेल परियोजना है। 125 किलोमीटर लंबी इस परियोजना के तहत 105 किलोमीटर रेल लाइन सुरंगों से होकर गुजरेगी।
परियोजना पर कुल 17 सुरंगों का निर्माण किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड में ऋषिकेश करणप्रयाग रेल परियोजना की प्रगति बेहद तेज है। शीघ्र ही पहाड़ में रेल का पूरा होने जा रहा है।उन्होंने इस उपलब्धि के लिए रेल विकास निगम तथा कार्यकारी संस्था के अधिकारी व कर्मचारियों को बधाई दी। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, प्रेमचंद अग्रवाल, रेल विकास निगम के मुख्य परियोजना प्रबंधक अजीत यादव, वरिष्ठ परियोजना प्रबंधक ओमप्रकाश मालगुडी, l&t के परियोजना प्रबंधक प्रभु कुमार आदि मौजूद रहे।