अल्मोड़ा। मानसून काल में आपदा के खतरे से बचाव के लिए लोनिवि सतर्क हो गया है। लोनिवि खंड रानीखेत के पांच प्रमुख स्टेट हाईवे सहित 121 सड़कों को खोलने के लिए नौ जेसीबी की व्यवस्था की है। हालांकि विभाग के पास महज दो जेसीबी मौजूद हैं जबकि सात जेसीबी को किराये पर लिया गया है।
बारिश होने पर बंद सड़कों को खोलकर लोगों को राहत पहुंचाने की तैयारी में प्रशासन और लोलिवि जुट गया है। रानीखेत क्षेत्र में लोनिवि पांच राज्य राजमार्ग, 22 जिला मार्ग, 92 ग्रामीण मार्ग और दो हल्का वाहन मार्ग के रखरखाव की जिम्मेदारी संभालता है।
मानसून काल की दस्तक होते ही आपदा के दौरान विभाग ने इन सड़कों पर आवाजाही सुचारू करने के लिए नौ जेसीबी जुटाईं हैं। इन्हें विभिन्न स्थानों पर रखा गया है। विभाग का दावा है कि 916 किमी लंबी इन सड़कों पर मानसून काल में भी आवाजाही निर्बाध रहेगी।
916 किमी लंबी सड़कों पर एक भी डेंजर जोन नहीं
अल्मोड़ा। लोनिवि के अधिकारियों के मुताबिक 916 किमी लंबी इन सड़कों में एक भी डेंजर जोन चिह्नित नहीं है जबकि 22 जिला मार्गों में 21 किमी, 92 ग्रामीण सड़कों में 179 किमी दायरा कच्चा है। ऐसे में इन सड़कों पर डेंजर जोन चिह्नित न होना कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है।
आपदा से बचाव के लिए विभाग सतर्क है। विभिन्न सड़कों पर नौ जेसीबी तैनात कर दी गईं हैं। इन सड़कों पर निर्बाध आवाजाही के प्रयास किए जाएंगे।