उत्तरकाशी। जनपद की विभिन्न महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाओं का कहना है कि स्वरोजगार से महिलाएं अपनी आर्थिकी मजबूत कर सकती हैं। ऐसे समूहों से जब परिवार की आर्थिकी मजबूत होगी तो फिर राज्य और देश की भी आर्थिकी मजबूत होगी।
बुधवार को गंगोरी के त्रिवेणी घाट सिथत सत्संग भवन में अमर उजाला का अपराजिता कार्यक्रम आयोजित किया गया। यहां गौरा स्वयं सहायता समूह से जुड़ी कुसुमलता नौटियाल ने कहा कि इन समूहों के जरिए उनके द्वारा महिलाओं को एकजुट कर आजीविका का साधन विकसित करने का काम किया जा रहा है।
उन्हें ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना के तहत तीन लाख रुपये की आर्थिक मदद भी मिली है। जिससे धूपबत्ती व अगरबत्ती बनाने का लघु उद्योग शुरू करने की योजना है।
पवना सेमवाल ने कहा कि उन्होंने गौरा समूह के जरिए चक्की लगाकर महिलाओं की आर्थिकी बढ़ाने का प्रयास किया। जिसके सफलता पर उन्हें बिना ब्याज के पांच लाख रुपए की आर्थिक मदद भी मिली।
सावित्री नौटियाल ने कहा कि स्वरोजगार को बढ़ावा देने की दिशा में स्वयं सहायता समूहों की भूमिका महत्वपूर्ण है। प्रकाशी बिष्ट ने कहा कि नगरक्षेत्र की महिलाओं को सरकार स्वयं सहायता समूह बनाने पर कोई आर्थिक मदद नहीं देती। जबकि मदद की जानी चाहिए। इस मौके रमिता राणा, रजनी सेमवाल, आरती नैथानी, विजयलक्षी नौटियाल, सावित्री मखलोगा व रजनी तोमर आदि रहे।