गौरीकुंड में भारी भूस्खलन से तीन बच्चों में से दो की मौत, एक कोटद्वार में दफन
पहाड़ों पर भारी बारिश हो रही है। गौरीकुंड में एक बार फिर बड़ा हादसा हुआ। यहां एक भूस्खलन हुआ, जिसके परिणामस्वरूप तीन बच्चे मलबे में दब गए।
आज सुबह गौरीकुंड में एक बड़ा हादसा हो गया है। यहां लगभग पांच बजे भारी भूस्खलन हुआ, जिसके परिणामस्वरूप तीन बच्चे मलबे में दब गए। तीनों बच्चों को मलबे से निकाला गया, जिसमें से दो मर गए। एक बच्चे को इलाज दिया जा रहा है। कोटद्वार के चूना महेड़ा गांव में भारी बारिश से कई घर मलबे में दब गए हैं। यहां एक व्यक्ति की मौत की खबर आई है।
पिथौरागढ़ में पहाड़ी से गिरे पत्थर ने बीआरओ के जेसीबी ऑपरेटर को मार डाला। नैनीताल के निकट मंगोली क्षेत्र में बारिश के दौरान तेज बहाव के चलते नाले में बहने से एक व्यक्ति की जान चली गई। रुद्रपुर के दिनेशपुर में बीती रात बारिश के दौरान एक पेड़ गिरने से एक डिलीवरी बॉय की मौत हो गई।
नेपाली मूल के तीन बच्चे बुधवार सुबह गौरी गांव में भूस्खलन की चपेट में आने से मलबे में दब गए। NDF, SDRF और पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से तीनों बच्चों को मलबे से निकाला। नंदन सिंह रजवार, आपदा प्रबंधन अधिकारी, ने बताया कि बच्चों को गौरीकुंड हॉस्पिटल में उपचार के लिए लाया गया था। जहां डॉक्टरों ने दो बच्चों को मर चुके बताया। जबकि एक बच्चे की चिकित्सा जारी है।
कोटद्वार, दूसरी ओर, बारिश से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। दुगड्डा विकासखंड के चूना महेड़ा में जबरदस्त भूस्खलन से घरों का क्षतिग्रस्त होना बताया गया है। जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच चुके हैं। यहाँ भी एक बस मलबे में फंस गई। लोगों को बाहर निकालने के लिए पुलिस-प्रशासन की टीम काम कर रही है।
बुधवार को उत्तराखंड में भारी बारिश होने की आशंका है। देहरादून सहित पांच जिलों में ऑरेंज अलर्ट और बाकी जनपदों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल और चंपावत में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है, मौसम विभाग ने कहा।
इन जिलों को ऑरेंज अलर्ट भेजा गया है। वहीं, कहीं-कहीं गर्जना के साथ बिजली चमकती है और तीव्र बारिश हो सकती है। हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में भी भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है।
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