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Wednesday, February 5, 2025

Chandrayaan- 3: मिशन की सफलता के बाद, उत्तराखंड के पहले दंपति ने कहा कि यह गौरव का क्षण था।

डियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (इसरो) में काम करने वाले वरिष्ठ जोड़े ने चंद्रयान मिशन-3 के प्रक्षेपण से लेकर उतरने तक के अभियान में भाग लिया है।

उत्तराखंड के अग्रवाल दंपति ने चांद की सतह को छूने वाले चंद्रयान-3 की सफलता में भी योगदान दिया है। चंद्रयान-3 की टीम में मूल रूप से दुगड्डा के रहने वाले दीपक अग्रवाल और उनकी पत्नी पायल अग्रवाल शामिल हैं। दोनों मिशन की सफलता से बहुत उत्साहित हैं। उन्हें लगता है कि यह गौरवपूर्ण क्षण हैं। लैंडर विक्रम लैंडर के चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने के दौरान, पायल इसरो के दफ्तर पर ही थीं।

भारतीय स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (इसरो) में काम करने वाले वरिष्ठ दंपति ने चंद्रयान मिशन-3 के प्रक्षेपण से लेकर उड़ान भरने तक के अभियान में भाग लिया है। चंद्रयान के सफलतापूर्वक चांद की सतह पर उतरने पर खुशी जताते हुए उन्होंने कहा कि यह उनके लिए और देश के लिए गर्व का क्षण है। इस सफलता में उनका नाम और उनकी पत्नी का नाम भी शामिल है। इससे वे प्रसन्न हैं। उनका कहना था कि वह पहले भी मंगल मिशन, चंद्रयान-1, जीएसएलवी एमके-3 मिशन और क्रायोजेनिक इंजन का विकास कर चुका है।

1979 में दुगड्डा के मोती बाजार में इसरो वैज्ञानिक दीपक अग्रवाल का जन्म हुआ था। उन्होंने सरस्वती शिशु मंदिर में प्राथमिक शिक्षा प्राप्त की, फिर जीआईसी दुगड्डा से इंटर की पढ़ाई की। उन्होंने फिर पंतनगर विश्वविद्यालय से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक और कानपुर विश्वविद्यालय से एमटेक की डिग्री हासिल की। वह इसरो के चंद्रयान मिशन-3 की टीम में हैं। 2006 में पति-पत्नी ने इसरो ज्वाइन किया था। दुगड्डा और उनकी पत्नी पायल अग्रवाल का रिश्ता यहीं से तय हुआ था। 2004 में उनका विवाह हुआ था।

दुगड्डा में स्कूल

दुगड्डा में सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल को दीपक अग्रवाल ने अपनाया है। वह इस स्कूल में बच्चों की पढ़ाई और संसाधनों की वृद्धि के लिए भी आर्थिक सहायता प्रदान करते हैं। दीपक अग्रवाल ने कहा कि वह स्कूल में जल्द ही आएंगे और विद्यार्थियों से बातचीत करेंगे। उनका कहना था कि चंद्रयान-3 की सफलता से बच्चों में विज्ञान की ओर दिलचस्पी पैदा होगी।

चंद्रयान मिशन-3 की सफलता से लोग खुश हैं

देश भर में चंद्रयान मिशन-3 की सफलता से उत्साह है। भाजपा के सदस्यों ने विक्रम लैंडर के चंद्रमा की सतह पर पहुँचते ही एक दूसरे को मुस्कुराते हुए भारत माता की जय और इसरो के वैज्ञानिकों की जय के नारे लगाए।

बुधवार शाम को झंडाचौक में भाजपा कार्यकर्ताओं ने चंद्रयान मिशन की सफलता पर खुशी मनाई। गोसेवा आयोग के अध्यक्ष पंडित राजेंद्र अणथ्वाल और जिलाध्यक्ष बीरेंद्र रावत ने इस अवसर पर कहा कि भारत को विश्व गुरु बनने की संकल्पना आज फिर से जीवित हो रही है।

उन्होंने देश के वैज्ञानिकों को सम्मानित किया। कहा कि भारत चंद्रयान मिशन की सफलता के बाद दुनिया को चंद्रमा के बारे में नई जानकारी देगा और देश को आगे बढ़ाएगा।

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