हाल ही में शासन ने मामले में कहा था, कोई बड़ी वितीय गड़बड़ी नहीं
रुड़की। निवर्तमान मेयर गौरव गोयल को शासन से क्लीन चिट मिलने के बाद आज एक और राहत मिली है। यह राहत उन्हें वॉइस रिकॉर्डिंग के मामले में है, जिसमें नगर के सुबोध गुप्ता नामक व्यक्ति द्वारा जनवरी वर्ष 2022 में सिविल लाइन कोतवाली में तत्कालीन मेयर गौरव गोयल के खिलाफ वॉइस रिकॉर्डिंग का एक मुकदमा दर्ज कराया था, जिसमें गौरव गोयल की वॉइस रिकॉर्डिंग को लेकर पुलिस द्वारा सभी पहलुओं पर बारीकी से जांच की गई।इस जांच के उपरांत सितंबर 2023 को पुलिस ने अंतिम रिपोर्ट लगाकर संपूर्ण पत्रावली न्यायालय में प्रषित की।इस जांच में सुबोध गुप्ता नामक व्यक्ति द्वारा दर्ज कराया गया मुकद्दमा पूरे तरीके से निराधार और झूठा पाया गया।
निवर्तमान मेयर गौरव गोयल पर दर्ज कराए गए झूठे मुकद्दमे को लेकर जो जांच सामने आई है उसमें गौरव गोयल को पूर्ण रूप से निर्दोष पाया गया है। यह मुकदमा पूर्ण रूप से राजनीति से प्रेरित था व मामले में हुई निष्पक्ष जांच के बाद मिली क्लीन चिट को लेकर गौरव गोयल के समर्थकों द्वारा एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है,वहीं दूसरी ओर निवर्तमान मेयर गौरव गोयल का कहना है उन पर सुबोध गुप्ता नामक व्यक्ति द्वारा लगाये गये झूठे आरोप के मामले में यह जांच झूठी साबित हुई है तथा सत्य की एक बार फिर जीत हुई है।
उन्होंने कहा कि उन्हें लगातार राजनीतिक षड्यंत्र के तहत झूठे केसों में फंसाया जाता रहा, किंतु सभी मामलों में वह निर्दोष साबित हुए हैं और उत्तराखंड शासन,न्यायपालिका तथा पुलिस द्वारा निष्पक्षता से हुई जांच से वे पूरी तरह संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर उन्हें समाज में बदनाम करने का जो प्रयास सुबोध गुप्ता के द्वारा किया गया अब उसके विरुद्ध जो निश्चित रूप से उनकी मानहानि हुई है,जिसके लिए बहुत शीघ्र ही सुबोध गुप्ता नामक व्यक्ति के खिलाफ वे ठोस कानूनी कार्रवाई करने वाले हैं।