देहरादून। इंडो तिब्बत बॉर्डर पुलिस की कोर्ट ने 23वीं बटालियन में खरीद फ़रोख्त मामले पर घपले का खुलासा किया है। तत्कालीन बटालियन के कमांडेंट सहित चार लोगों व अन्य अज्ञात आरोपियों के खिलाफ देहरादून की सीबीआई ब्रांच मुक़दमा पंजीकृत किया है।तहरीर में ज़िक्र है कि वर्ष 2017 से 2019 के बीच सामान सप्लाई में भारी घपला हुआ। तब बटालियन के कमांडेंट अशोक कुमार गुप्ता रहे। उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने की कुछ स्टाफ से मिलीभगत कर फ़र्ज़ीवाड़ा किया।
फ़र्ज़ीवाड़े में चमोली जनपद के माणा में तेल का एक ट्रक रवाना किया गया था जबकि दो ट्रक दिखाए गए। जिसकी कीमत सात लाख के आसपास थी। जिसका अलग से भुगतान किया गया। आईटीबीपी के उच्च अधिकारियों को इस बात की भनक लगी तो मामले पर कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी बिठाई गई। जिसमें कई प्रकार की गड़बड़ियों का खुलासा हुआ। चीन सीमा पर आईटीबीपी के जवान मुस्तेद हैं। यहाँ जवानों के लिए राशन समेत अन्य सामग्री भेजी जाती है।बटालियन के मौजूदा कमांडेंट ने कोर्ट आफ इन्क्वायरी की रिपोर्ट पर नामज़द तहरीर दी है। इस पूरे मामले पर आईटीबीपी में हड़कंप मचा हुआ है।
सूत्र बताते हैं कि इस पूरी गड़बड़ी में आईटीबीपी के इन्स्पेक्टर,सब इन्स्पेक्टर समेत हेड कान्स्टबल स्तर के जवानों पर भी गाज गिर सकती है। उत्तराखंड के उत्तरकाशी,चमोली,पिथोरागढ़ जिलों के बॉर्डर इलाक़ों मैं तैनात है,आईटीबीपी।