मौलेखाल। मरचूला-सराईखेत हाईवे पर अल्मोड़ा जिले को पौड़ी गढ़वाल से जोड़ने वाले डामर के उखड़ने पर सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय लोगों ने लोक निर्माण विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं और इसे सरकारी धन का दुरुपयोग बताया है। लोनिवि ने मामले की गम्भीरता को समझते हुए ठेकेदार को नोटिस देकर दोबारा डामरीकरण का आदेश दिया।
बीते मई में अल्मोड़ा और पौड़ी जिले को जोड़ने वाले मरचूला-सराईखेत हाईवे पर करोड़ों रुपये का डामरीकरण किया गया था। गुणवत्ता की कमी से डामर दो महीने में ही उखड़ गया और सड़कों में गड्ढों में बदल गया। लोनिवि की लापरवाही को लोगों ने सरकारी धन का दुरुपयोग बताया है। लोगों ने सवाल उठाते हुए कहा कि पर्यटन की दृष्टि से यह हाईवे महत्वपूर्ण है, लेकिन डामरीकरण के नाम पर धन खर्च करने के बाद भी सड़क गड्ढों में बदल गई है, जो विभाग की सरासर लापरवाही है।
लोगों ने सीएम पोर्टल पर भी मामले की शिकायत की थी। लोनिवि ने मामले को जानते हुए संबंधित ठेकेदार को नोटिस भेजा है और जल्द ही दोबारा डामरीकरण करने का आदेश दिया है। लोनिवि प्रांतीय खंड रानीखेत के जेई मनोज कुमार ने बताया कि ठेकेदार ने गड्ढों में सोलिंग करना शुरू किया है। इनमें बारिश के बाद पैचिंग होगा। सड़क की मरम्मत नहीं होने पर संबंधित ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट किया जाएगा। गुणवत्ता की कमी बर्दाश्त नहीं होगी।