नैनीताल के ओखलढूंगा में फटा बादल, घरों में घुसा पानी और मलबा, लोग सुरक्षित स्थान पर
नैनीताल में कोटाबाग के ग्राम पंचायत ओखलढूंगा में बादल फटने से पांच सौ परिवारों के घरों और गौशाला में पानी और मलबा घुस गया। ग्रामीणों की मदद से प्रभावित परिवारों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ओखलढुंगा में स्थानांतरित किया गया है।
नैनीताल कृपाल बिष्ट, पूर्व विधायक प्रतिनिधि, ने बताया कि ग्रामीणों की पूरी फसल नष्ट हो गई है। रामनगर से २५ किमी दूर कालाढूंगी तहसील में पाटकोट-भलोन के बीच एक नाला उफान में आ गया। दूसरी ओर, सुबह से पिथौरागढ़ में बारिश जारी है। धापा के समीप बोल्डर मलबा गिरने से चीन सीमा को जोड़ने वाला धापा-मिलम मोटर मार्ग बंद हो गया है। लिपुलेख रोड पहले से ही बंद है। जिले में 18 से अधिक सड़कें ध्वस्त हो गई हैं।
ग्राम प्रधान प्रति चौरसिया और क्षेत्र पंचायत सदस्य नंदन चौधरी ग्रामीण हीरा भंडारी, गणेश पटवाल, मोहन चौरसिया और मोहन जोशी ने प्रशासन से किसानों की फसल के नुकसान का सर्वे करवाने और डोन नाले में तटबंध बनाने की मांग की है।
पूरे राज्य के लिए मौसम विज्ञान केंद्र ने तेज बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। जबकि देहरादून, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत और ऊधमसिंह नगर जिले के अधिकतर क्षेत्रों में तेज बारिश की अधिक संभावना है।
केंद्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि प्रदेश भर में पांच अगस्त तक बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। पांच अगस्त के बाद भी राज्य में पर्याप्त बारिश होने की उम्मीद है।
प्रदेश में 167 सड़कें बंद हैं, जिसमें 10 राज्य हाईवे शामिल हैं। प्रमुख अभियंता लोनिवि दीपक यादव ने बताया कि मंगलवार को 658 सड़कें बंद हुईं, जबकि एक दिन पहले से 151 सड़कें बंद थीं।
इस प्रकार, देर शाम तक 52 सड़कों (कुल 219) को खोला गया। बंद सड़कों में छह प्रमुख जिला मार्ग, तीन जिला मार्ग, 75 ग्रामीण सड़कें और 73 पीएमजीएसवाई सड़कें शामिल हैं।
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