नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आगामी त्योहारी सीजन की तैयारी के लिए वायु प्रदूषण से निपटने के उद्देश्य से 15 सूत्री विंटर एक्शन प्लान की घोषणा की। सीएम अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता में थोड़ा सुधार हुआ है। पीएम 2.5 का स्तर 2014 में 149 से घटकर वर्तमान में 103 हो गया है। सीएम केजरीवाल ने यह भी दावा किया कि दिल्ली में आप सरकार बनने के बाद प्रदूषण में 30 प्रतिशत की कमी आई है। दिल्ली में इलेक्ट्रिक बसें आई हैं, आज कुल 7,000 बसें हैं और इनमें 8,00 बसें इलेक्ट्रिक हैं।
इसके अतिरिक्त, केजरीवाल ने दिल्ली में हरियाली (ग्रीनरी) में वृद्धि पर चर्चा करते हुए कहा कि शहर में पेड़ों की संख्या में 23 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। दिल्ली भारत में सबसे अधिक हरित क्षेत्र का दावा करती है और वृक्ष परिवहन की योजनाओं का उल्लेख किया। उन्होंने वर्तमान में दिल्ली में थर्मल पावर प्लांटों की अनुपस्थिति का भी जिक्र किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले दिल्ली को लंबे समय तक बिजली कटौती का सामना करना पड़ता था, जिसके कारण लोगों को जेनरेटर पर निर्भर रहना पड़ता था। अब 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति होती है, जिसके परिणामस्वरूप प्रदूषण कम हुआ है।
प्रदूषण नियंत्रण को लेकर उन्होंने 13 प्रदूषण हॉटस्पॉट की पहचान और एक समर्पित वॉर रूम की स्थापना का उल्लेख किया। इन इलाकों में प्रदूषण से निपटने के लिए 13 विशेष टीमों का गठन किया गया है। केजरीवाल ने पूसा (पीयूएसए) के बायो डीकंपोजर के विकास का जिक्र करते हुए पराली जलाने को कम करने के प्रयासों पर भी चर्चा की। साल 2022 में इस बायो डीकंपोजर का इस्तेमाल 44,00 एकड़ में किया गया था और इस साल इसे 5,000 एकड़ में लागू किया जाएगा, ताकि पराली जलाने की प्रथा को और कम किया जा सके।
खुले में कूड़ा जलाने पर पाबंदी रहेगी। औद्योगिक प्रदूषण पर नजर रखने के लिए 66 टीमें बनाई गई हैं, जो यह देखेंगी कि इंडस्ट्रियल यूनिट में अनधिकृत ईंधन का उपयोग तो नहीं हो रहा है। सीएम ने कहा कि डस्ट पॉल्यूशन (धूल प्रदूषण) कम करने के लिए कंस्ट्रक्शन साइट पर नजर रखने के लिए 591 टीमें बनाई गई हैं, 82 रोड स्वीपिंग मशीनें लगाई जा रही हैं। 530 वाटर स्प्रिंकलर मशीनें भी मंगाई गई हैं,वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए पीयूसी सर्टिफिकेट की जांच होगी।
10 साल पुरानी डीजल वाहन और 15 साल पुराने पेट्रोल वाहनों के लिए जो नियम बनाए गए हैं, उसका अनुपालन कराने के लिए 385 टीमों का गठन किया गया है। केजरीवाल ने पटाखों पर प्रतिबंध को दोहराया और कुल 1 करोड़ पेड़ लगाकर शहर की हरियाली बढ़ाने की योजना की भी रूपरेखा तैयार की, जिनमें से 52 लाख सीधे दिल्ली सरकार द्वारा लगाए गए हैं।