SDRF ने अब तक 1226 लोगों को बचाया है। 132 शव भी मिले हैं। वहीं, गौरीकुंड भूस्खलन में 18 लोग अभी भी लापता हैं। नदी-नाले में बहने और अन्य प्राकृतिक आपदाओं में मरने वालों की संख्या पिछले वर्ष जून से सितंबर तक 244 थी।
प्रदेश में भारी बरसात से कई लोग मारे गए हैं। एक जून से अब तक, मानसून सीजन में 70 दिनों में 132 लोग नदी-नालों में डूबने और अन्य प्राकृतिक आपदाओं में मर चुके हैं। कई लोग अभी भी लापता हैं और उनकी तलाश जारी है। पिछले साल जून से सितंबर तक 244 लोग मारे गए थे।
जून से प्रदेश भर में लगातार बारिश हो रही है। जब भारी बारिश होती है, तो कई स्थानों में भूस्खलन, जलभराव और नदी-नाले और नदियां उफान पर हैं। लोग भूस्खलन और नदियों में बहने से मर रहे हैं। SDRF टीमें संवेदनशील और अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में सतर्क हैं।
SDR ने जून से अब तक 1226 लोगों को बचाया है। 132 शव भी मिले हैं। वहीं, गौरीकुंड भूस्खलन में 18 लोग अभी भी लापता हैं। नदी-नाले में बहने और अन्य प्राकृतिक आपदाओं में मरने वालों की संख्या पिछले वर्ष जून से सितंबर तक 244 थी। SDR ने इस समय भी 2193 लोगों को बचाया।
Jun से अब तक 132 शवों को बरामद किया गया है। हाल ही में घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाकर उनकी जान बचाई गई है।