हरीश थपलियाल, देहरादून। उत्तरकाशी जिले में भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने महीडाण्डा स्थित 35 वाहिनी ने आजादी का अमृत महोत्सव के तहत ‘हर घर तिरंगा’ कार्यक्रम का आयोजन किया। इस तिरंगा यात्रा में जवानों, स्कूल के बच्चों, शिक्षकों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ बड़ी संख्या में महिलाओं और बुजुर्गों ने हिस्सा लिया। उत्तरकाशी क्षेत्र की जनता का देश प्रेम और तिरंगा के प्रति समर्पण अप्रतिम रहा है। राष्ट्रीय ध्वज हाथ में लिए और नारों के साथ ये लोग शहर के सभी प्रमुख स्थानों और रास्तों पर गये।
आईटीबीपी के सहायक उपनिरीक्षक इंद्रमणि नौटियाल ने बताया कि महिडाण्डा क्षेत्र से गुजरते हुए संग्राली, पाटा और बगियाल गाँव के ग्रामीण बड़ी संख्या के साथ रैली में शामिल हुए और अपने घरों से हाथ हिलाकर और नारे लगाकर एक मजबूत राष्ट्र निर्माण के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। आईटीबीपी की 35 वीं बटालियन सीमांत जिला उत्तरकाशी में भारत-चीन सीमा के अति दुर्गम इलाकों में सीमा सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है। तैनाती वाले इलाकों में सर्दियों में भारी बर्फबारी और बारिश के मौसम में लगातार बारिश और भूस्खलन की स्थिति होती है। सीमावर्ती क्षेत्रों में हर मौसम में सड़क संपर्क और संचार सुविधाओं का अभाव हिमवीर की कठिनाइयों को कई गुना बढ़ा देता है।
इसके बावजूद जवान अपनी ड्यूटी के अलावा 35 वीं बटालियन आईटीबीपी के हिमवीर हमेशा विभिन्न नागरिक कार्रवाई कार्यक्रम, सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम, बचाव कार्यों के दौरान त्वरित प्रतिक्रिया, अग्निशमन अभियान, स्वच्छता अभियान आदि आयोजित करके क्षेत्र की स्थानीय आबादी की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।
इस तिरंगा यात्रा की पहल का उद्देश्य देश के नागरिकों के दिलों में देशभक्ति की भावना को जगाना और भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना है।
इस अवसर पर कमांडेंट सुनील कुमार, डिप्टी कमांडेंट अनिल राणा, सहायक कमांडेंट रवि भारद्वाज, निरीक्षक लखपत सिह,सतेंद्र सिंह, विनोद गुप्ता,इंदर इंदर सिंह समेत हिमवीर एवं हिम वीरांगनाएँ मौजूद रहीं।