नई दिल्ली। भारत ने विश्व कप के फाइनल में जगह बना ली है। उसने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में बुधवार (15 नवंबर) को रोमांचक मैच में न्यूजीलैंड को 70 रन से हरा दिया। इस जीत के साथ ही टीम इंडिया ने 2019 विश्व कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से मिली हार का बदला भी ले लिया। भारतीय टीम 12 साल बाद टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची है। पिछली बार 2011 में टीम इंडिया ने घरेलू मैदान पर खिताबी मुकाबले में जगह बनाई थी। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी टीम चैंपियन बनी थी। भारतीय टीम अब 19 नवंबर को होने वाले फाइनल में ऑस्ट्रेलिया या दक्षिण अफ्रीका से खेलेगी।
भारत चौथी बार विश्व कप के फाइनल में पहुंचा है। 1983 में कपिल देव की कप्तानी में वेस्टइंडीज को हराकर पहली बार खिताब जीता था। 2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। तब सौरव गांगुली कप्तान थे। इसके आठ साल बाद 2011 में जब भारत फाइनल में पहुंचा तो उसने श्रीलंका को हराकर दूसरी बार खिताब जीत लिया।
भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवर में चार विकेट खोकर 397 रन बनाए थे। इसके जवाब में न्यूजीलैंड की टीम 48.5 ओवर में 327 पर सिमट गई। भारत की जीत में विराट कोहली, श्रेयस अय्यर और मोहम्मद शमी का योगदान अहम रहा। कोहली ने 117 और अय्यर ने 105 रन की पारी खेली। वहीं, मोहम्मद शमी ने गेंदबाजी में कमाल दिखाते हुए सात विकेट अपने नाम किए। तीनों ने मिलकर भारत को लगातार तीसरी बार सेमीफाइनल में नहीं हारने दिया। 2015 में ऑस्ट्रेलिया और 2019 में न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम इंडिया अंतिम-4 के मुकाबले में हार गई थी।
न्यूजीलैंड के लिए डेरिल मिचेल ने 134 रन बनाए। कप्तान केन विलियम्सन ने 69 रन की पारी खेली। ग्लेन फिलिप्स ने 41 रन का योगदान दिया। दोनों कीवी ओपनर कॉन्वे और रचिन 13 रन के स्कोर पर पवेलियन लौटे। भारत के लिए मोहम्मद शमी ने सात विकेट लिए। जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और कुलदीप यादव को एक-एक विकेट मिला।