टमाटर की कीमतें फिर से उच्च होने लगी हैं। साथ ही, लोगों को अन्य सब्जियों की कीमतों में लगातार उछाल से राहत नहीं मिल रही है। जिला प्रशासन की दुकानों पर दी गई मूल्य सूची भी गायब है।
टमाटर उत्तराखंड में कम नहीं हो रहे हैं। लोगों की थाली में टमाटर नहीं है। टमाटर सहित अन्य सब्जियों के मूल्यों में भी लगातार वृद्धि देखने को मिल रही है। वहीं, महंगी कीमतों से लोगों को बचाने के लिए जिला प्रशासन का प्रयास भी कमजोर हो गया है।
बारिश रुक नहीं रही है। रास्ते बंद होने और फसल खराब होने से मंडी में टमाटर की आवक घट गई है। टमाटर की कीमतें फिर से उच्च होने लगी हैं। साथ ही, लोगों को अन्य सब्जियों की कीमतों में लगातार उछाल से राहत नहीं मिल रही है।
साथ ही, जिला प्रशासन ने दुकानों पर दी गई मूल्य सूची भी खो दी है। सचिव मंडी विजय थपलियाल ने कहा कि बारिश के कारण पहाड़ों से पर्याप्त मात्रा में सब्जियां और टमाटर नहीं आ रहे हैं। यह मूल्यों पर प्रभाव डाल रहा है।