मुख्य आरोपी के मुजफ्फरनगर कोर्ट में आत्मसमर्पण के बाद पुलिस ने रिमांड पर ले लिया
फरार होने पर पुलिस ने दो लाख का इनाम घोषित किया था
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के चचेरे भाई शीशपाल अग्रवाल के घर बंधक बनाकर डकैती करने के आरोपी नफीस सपाटा को पिछले अक्टूबर में पुलिस ने कस्टडी रिमांड पर लेकर उसकी निशानदेही पर सामान बरामद किया गया था। मुजफ्फरनगर में एक कब्रिस्तान में आरोपी ने चोरी का सामान छिपाया था। पुलिस ने आरोपी को 24 घंटे की गिरफ्तार करने के बाद उसे जेल में डाल दिया है।
बीते साल 15 अक्टूबर को कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के चचेरे भाई शीशपाल अग्रवाल के घराट गली डोईवाला में महिलाओं को बंधक बनाकर डकैती कर दी गई। इस मामले में पहले ही आठ आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। उनके पास से कुछ सामान भी बरामद हुआ। पुलिस ने मुख्य आरोपी नफीस उर्फ सपाटा (मौहम्मद इस्लामाबाद सरधना, उत्तर प्रदेश) पर दो लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। उसके घर को भी पुलिस ने घेर लिया था।
देहरादून पुलिस के शिकंजे पर आरोपी ने कुछ समय पहले मुजफ्फरनगर कोतवाली में एक मुकदमे में न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया था। डोईवाला पुलिस ने इसके बाद आरोपी की रिमांड की मांग की। आरोपी से 24 घंटे की पुलिस रिमांड पर पूछताछ की गई, कोतवाल मुकेश त्यागी ने बताया। आरोपी से चोरी का सामान बरामद हुआ है। सरधना मेरठ में अपने पुराने घर से दूर एक कब्रिस्तान में आरोपी ने अपनी संपत्ति छिपाई थी। आरोपी को पुलिस ने मुजफ्फरनगर जिला जेल भेजा है।
आरोपी को पुलिस की कार्रवाई से भय था
देहरादून एसओजी और डोईवाला पुलिस ने डकैती का मुख्य आरोपी नफीस सपाटा को गिरफ्तार करने के लिए लगातार छापेमारी की। आरोपी के घर को कुर्क किया गया और दो लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया। जिससे आरोपी को दबाव में आत्मसमर्पण करना पड़ा।