देहरादून में एक हिंदू छात्र (बच्चा) अपने मां-पिता को अम्मी-अब्बू कहने लगा। परेशान परिजनों को लगा कि कहीं बच्चों को स्कूल में तो नहीं पढ़ाया गया। (छात्र) बच्चे की किताब देखी तो उन्हें पता चला कि ऐसा किताब की वजह से हुआ है। परिजनों ने उस किताब को लेकर डीएम से शिकायत की है। फिलहाल डीएम ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
मीडिया जानकारी के अनुसार सात साल का हिंदू (छात्र) बच्चा कक्षा सेकेंड में पढ़ता है। उसके लिए खरीदी गई अंग्रेजी की किताब में फादर का मतलब अब्बू और मदर का मतलब अम्मी लिखा है। यह किताब ओरियंट ब्लैक स्वान पब्लिशर हाउस हैदराबाद की है, जिसका नाम गुलमोहर 2 है। उसी किताब की वजह से बच्चा अपनी मां को अम्मी और पिता को अब्बा बुलाने लगा है। परिजनों का कहना है कि इसको लेकर उन्होंने स्कूल प्रबंधन से शिकायत की थी, लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया।
बच्चे के पिता मनीष मित्तल ने पूरे प्रकरण की जानकारी डीएम को पत्र देकर इस पुस्तक पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस पुस्तक को देवभूमि उत्तराखंड में कैसे चलाया जा सकता है? ये हमारी परंपरा और संस्कृति से मेल नहीं खाती है, तो फिर यहां के स्कूलों में क्यों पढ़ाई जा रही है? डीएम देहरादून ने जिला शिक्षा अधिकारी को इस प्रकरण की जांच के आदेश दिये हैं।