रवाड़ा में मलबे की चपेट में आने से नाइट पैराडाइज कैंप क्षेत्र जमींदोज हो गया। उस समय हरियाणा से आए एक परिवार के पांच सदस्य मलबे में दब गए।
रविवार को उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश से जोग्याणा गांव के समीप पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक में हुए भूस्खलन में दबे हरियाणा के परिवार के दो और सदस्यों के शव बरामद हुए हैं। इस दुर्घटना में परिवार के पांच सदस्यों की मौत हो गई।
रवाड़ा में मलबे की चपेट में आने से नाइट पैराडाइज कैंप क्षेत्र जमींदोज हो गया। 1756 में, कुरुक्षेत्र, हरियाणा के एक ही परिवार के पांच लोग एक कैंप में दब गए, लेकिन उनकी आठ साल की बच्ची कृतिका बच गई।
पिछले तीन दिनों में यहां से तीन लोगों के शव बरामद हुए: कमल वर्मा (36), स्व. अशोक कुमार वर्मा के पुत्र, निशा वर्मा (32) की पत्नी, कमल वर्मा और विशाल उर्फ मोंटी (24)। जबकि निर्मित वर्मा (9) वर्षीय कमल वर्मा और निशांत वर्मा (18) वर्षीय रवि वर्मा के शव आज बरामद हुए हैं।