देहरादून। आपको जानकर हैरानी होगी कि एक टेम्पू चलाने वाला शख्स पेपरलीक घोटाले का बड़ा मास्टरमाइंड निकला। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित स्नातक स्तरीय परीक्षा प्रश्न पत्र लीक मामले में मुख्य अभियुक्त केंद्र पाल निवासी धामपुर गिरफ्तार अब तक कुल 24 वीं गिरफ्तारी हो चुकी है।
उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग द्वारा वीडियो-वीपीडीओ भर्ती परीक्षा परिणाम में प्रश्नपत्र लीक मामले में की जा रही विवेचना के क्रम में एसटीएफ टीम द्वारा पूर्व में कुल 23 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
एसटीएफ टीम द्वारा संकलित साक्ष्यों के आधार पर मुख्य अभियुक्त केंद्रपाल पुत्र भीम सिंह निवासी टीचर कॉलोनी धामपुर को आज शाम पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया।
केंद्रपाल की क्या रही भूमिका
पूछताछ के दौरान जानकारी प्राप्त हुई है अभियुक्त केंद्रपाल वर्ष 1996 में टेंपो चलाता था एवं उसके बाद कुछ वर्षों तक रेडीमेड दुकान पर काम किया एवं उसके बाद कपड़ों की सप्लाई का काम किया।
वर्ष 2011 2012 में अभियुक्त प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल कराने के गिरोह में जुड़ गया। वर्ष 2012 में अभियुक्त केंद्रपाल की पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्त चंदन मनराल से हुई।वर्ष 2011-12 में ही अभियुक्त केंद्र पाल की मुलाकात पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्त हाकम सिंह रावत से हुई।
अभियुक्त केंद्रपाल द्वारा ऐसे लोगो के नाम बताए हैं जिनके द्वारा पेपर उपलब्ध कराया जाता था जल्द उनके संबंध में भी जानकारी एकत्र की जा रही है। केंद्रपाल ने उक्त अपराध से करोड़ों की संपत्ति अर्जित की। करीब 12 बीघा जमीन धामपुर में खरीदी।
धामपुर में एक आलीशान मकान
सांकरी में हाकम सिंह के साथ रीजोर्ट में पार्टनरशिप है। अभियुक्त के द्वारा कई अन्य संपत्तियां भी जोड़ी गई है जिन की जानकारी की जा रही है।विवेचना में अभी साक्ष्य संकलन की कार्यवाही जारी है।