पिछली रात भारी बारिश ने बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग को कई स्थानों पर बाधित कर दिया है। गोचर के कमेड़ा में सड़क करीब 20 मीटर टूट गई है। हाईवे पर भारी मात्रा में मलबा आ गया है। इसके अलावा, छिनका में पहाड़ी से पत्थर और मलबा आने से सड़क बाधित होती है।
1000 से अधिक तीर्थयात्री हाईवे बंद होने पर जगह-जगह फंसे हुए हैं। स्थानीय लोगों को भी आवाजाही में बहुत मुश्किल है। यमुनोत्री राजमार्ग पर ओजरी डाबरकोट पिछले तीन दिनों से बोल्डर और मलबा के कारण बंद है।
यूमुनोत्री धाम सहित गीठ पट्टी के कई गांवों से संपर्क टूट गया है। मार्ग बंद होने से लगभग 300 यात्री स्यानाचट्टी से जानकीचट्टी के बीच में फंसे हैं। प्रशासन कहता है कि सभी को सुरक्षित जगहों पर रखा गया है।
ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग मलबा आने से उमट्टा के पास बंद है। उमट्टा में सड़क बंद होने से स्कूली बच्चे कर्णप्रयाग, गौचर और सिमली क्षेत्र से एसजीआरआर जयकंडी नहीं जा सके।
इन दोनों सड़कों पर बहुत से वाहन फंसे हुए हैं। साथ ही बारिश से हवाई पट्टी के आसपास के घरों में पानी भर गया है। ग्रामों में अधिकांश सड़कें बंद हैं।
पिथौरागढ़ के धारचूला में: रविवार देर शाम धारचूला तवाघाट मोटर मार्ग पर एक जीप चालक कैलाश खंपा पहाड़ी से गिरे पत्थरों की चपेट में आने से घायल हो गया। धारचूला से पुलिस की एसडीआरएफ और एनडीआरएफ टीम घायलों की मदद के लिए रवाना हुई, लेकिन रास्ता बंद होने के कारण समय से नहीं पहुंच पाई। बाद में घायल को पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य दान सिंह और प्रेम सिंह ने अपने कमरे में रखा। घायल व्यक्ति को धारचूला लाया जा रहा है और वह खतरे से बाहर है।