Uttarakhand मौसम अपडेट: चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, चंपावत और नैनीताल जिले के कई इलाकों में बिजली चमक सकती है, साथ ही भारी बारिश भी हो सकती है। केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने कहा कि अगले कुछ दिनों में पूरे राज्य में तेज बारिश होने की उम्मीद है, साथ ही बिजली की कमी भी होगी।
उत्तराखंड में मौसम अभी भी बदतर है। दिन की शुरुआत प्रदेश की राजधानी देहरादून सहित कई क्षेत्रों में बारिश से हुई। वहीं, मौसम विभाग ने आज विभिन्न जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
आज मौसम विभाग ने कहा कि चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, चंपावत और नैनीताल जिले के कई इलाकों में बिजली चमकने के साथ भारी बारिश हो सकती है। केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने कहा कि अगले कुछ दिनों में पूरे राज्य में तेज बारिश होने की उम्मीद है, साथ ही बिजली की कमी भी होगी। बारिश से होने वाले भूस्खलन से संवेदनशील क्षेत्रों में सड़कें और राजमार्ग बंद हो सकते हैं। ऐसे में मौसम की पूरी जानकारी लेने के बाद ही यात्रा की योजना बनाई।
उफान की नदियां
रात में यमुना घाटी में होने वाली बारिश से यमुना, हनुमान गंगा और बडियार नदी उफान पर चली जाती है, जो यमुनोत्री धाम भी शामिल है। काली नदी पिथौरागढ़ जिले के धारचूला में चेतावनी स्तर से ऊपर बह रही है।
गंगोत्री-यमुनोत्री हाईवे और बदरीनाथ हाईवे सहित 296 सड़कें बंद
प्रदेश में 296 सड़कें बंद हैं, जिसमें यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग भी शामिल है, जिन्हें खोलने के लिए 240 जेशीबी मशीनें लगाई गई हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग 94 बड़कोट में डाबराकोट, खराड़ी और किशाला में तीन जगह बारिश के कारण बंद हैं। इसके अलावा, 12 राज्य सड़कें, आठ मुख्य जिला मार्ग, तीन जिला मार्ग, 139 ग्रामीण सड़कें और 133 PMGSway सड़कें बंद हैं।
प्रदेश में एक दिन पहले से 277 सड़कें बंद थीं। मंगलवार को सत्तर एक सड़कें और बंद हो गईं। मंगलवार शाम तक, 368 सड़कों में से सिर्फ 72 को खोला जा सका। लोनिवि के प्रमुख अभियंता दीपक यादव ने कहा कि बंद सड़कों को प्राथमिकता से खोला जा रहा है।
रानाचट्टी, यमुनोत्री राजमार्ग पर कई भवनों को खतरा
यमुनोत्री हाईवे से लगे गीठ पट्टी के राना गांव और बाडिया गांव में भारी बारिश के चलते कई घर खतरे में हैं। बाडिया गांव में दो परिवारों ने घर छोड़ दिया। राना गांव के मुकेश चौहान ने बताया कि गदेरे और निर्माणाधीन राना निषणी सड़क के मलबे ने गांव और यमुनोत्री हाईवे और राना चट्टी के होटल मालिकों को परेशान कर दिया है। मलबा सड़कों, घरों और होटलों में फैला हुआ है।
गंगोत्री हाईवे का 5 मीटर भाग धंसा
मनेरी-सिलकुरा के निकट गंगोत्री हाईवे पर भू-कटाव शुरू हो गया है। रोड का लगभग पांच से सात मीटर हिस्सा क्षतिग्रस्त है। वहीं सड़क से पानी बह रहा है।
कई स्थानों पर बदरीनाथ राजमार्ग बंद है
मंगलवार रात हुई भारी बारिश ने कर्णप्रयाग सहित पिंडर घाटी में जनजीवन को बाधित कर दिया है। रात नौ बजे कर्णप्रयाग में उमा महेश्वर आश्रम के पास बदरीनाथ हाईवे पर पहाड़ी से भारी मलबा आने से सड़क बंद है। यहां लगभग चालीस से चालिस वाहन फंसे हुए हैं। साथ ही, ग्रामीण इलाकों में सड़कों पर मलबा होने से वाहनों की आवाजाही मुश्किल हो जाती है।
दरीनाथ हाईवे पर कमेड़ा में सड़क निर्माण कार्य जारी है। कर्णप्रयाग-ग्वालदम राजमार्ग नलगांच, नारायणबगड़ में परखाल तिराहा, हरमनी, मल्यापौड़ और बैनोली बैंड में मलबा आने से बंद है। नादायणबगड़ में अस्पताल के सामने मलबा भर गया है। साथ ही चार दुकानों में पानी और मलबा चला गया है।