सैकड़ों लोगों ने भी कनखल थाने का घेराव किया, जिसमें विधायक मदन कौशिक, गंगा सभा के अध्यक्ष और महामंत्री भी शामिल थे। ब्राह्मण समाज के लोगों ने महामंडलेश्वर पुण्य नंद गिरी से कार्रवाई की मांग की और उसे सार्वजनिक रूप से माफी मांगी।
ब्राह्मण समाज ने कनखल चौक पर विरोध प्रदर्शन किया क्योंकि वे महामंडलेश्वर पुण्यानंद गिरी पर अमर्यादित टिप्पणी का आरोप लगाते थे। तहरीर देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने पर गुस्सा व्यक्त किया। कथा प्रवचन के दौरान महामंडलेश्वर पुण्य नंद गिरी ने ब्राह्मणों पर अपमानजनक टिप्पणी की थी।
ब्राह्मण समाज धर्मनगर में आक्रोशित हो गया जब वीडियो वायरल हुआ। समाज के कई युवा ने पुण्य नंद गिरी के आश्रम का गेट तोड़ा और कार्रवाई की मांग करते हुए पुलिस को तहरीर दी थी। दूसरे दिन मामला थम गया।
तहरीर के बावजूद पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया। इसके विरोध में सैकड़ों लोगों ने कनखल थाने का घेराव किया, जिसमें नगर विधायक मदन कौशिक, गंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम और महामंत्री तन्मय वशिष्ठ भी शामिल थे। ब्राह्मण समाज के लोगों ने महामंडलेश्वर पुण्य नंद गिरी से कार्रवाई की मांग की और उसे सार्वजनिक रूप से माफी मांगी। श्री गंगासभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने असंतोष व्यक्त किया। वहीं विधायक मदन कौशिक ने थानाध्यक्ष कनखल को तत्काल कार्रवाई करने का आदेश दिया।
किसी भी परिस्थिति में संत अमर्यादित भाषा नहीं बोलता: विकास
भाजपा जिला उपाध्यक्ष ने महामंडलेश्वर पुण्य नंद गिरी का बयान निंदनीय बताया। उन्हें प्रेस को दिए गए एक बयान में कहा कि संत समाज किसी भी परिस्थिति में किसी भी समाज पर अपमानजनक टिप्पणी नहीं कर सकता। उनका दावा था कि पुण्य नंद गिरी व्यास पीठ ने ब्राह्मण समाज को गलत शब्दों का प्रयोग किया था। इससे उनके महामंडलेश्वर पद पर संदेह है। उनका कहना था कि ऐसे कथावाचक को भी व्यास के पीछे बैठने का अधिकार नहीं है।
ब्राह्मण समाज ने पुण्यानंद के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। थानाध्यक्ष कनखल और नितेश शर्मा ने वायरल वीडियो की जांच की है। जो भी जानकारी सामने आएगी, उस पर कानूनन कार्रवाई की जाएगी।