अब हरिद्वार-ऋषिकेश गंगा कॉरिडोर काशी विश्वनाथ की तरह बनेगा। कैबिनेट ने दोनों परियोजनाओं को डिजाइन करने वाली कंपनी को ही गंगा कॉरिडोर का मुख्य परियोजना बनाने के लिए चुना है।
मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू ने कहा कि ऋषिकेश और हरिद्वार को फिर से बनाया जा रहा है। हरिद्वार-ऋषिकेश गंगा कॉरिडोर परियोजना इसके लिए बनाई जाएगी। इस परियोजना में हरिद्वार में देवीपुरा से भूपतवाला (दूधाधारी चौक), हर की पैड़ी से 1.5 किलोमीटर का क्षेत्र, कनखल (दक्ष मंदिर एवं संन्यास रोड), भूपतवाला से सप्तऋषि आश्रम (भारत माता मंदिर क्षेत्र) और ऋषिकेश में तपोवन का पूरा क्षेत्र, रेलवे स्टेशन के पास कोर क्षेत्र, आईएसबीटी के पास का क्षेत्र और त्रिवेणी घाट शामिल हैं।
गंगा कॉरिडोर को ढाई साल के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके लिए सरकार हरिद्वार ऋषिकेश पुनर्विकास कंपनी लिमिटेड बनाएगी। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में उच्चाधिकार प्राप्त संचालन समिति (हाई पावर स्टीयरिंग कमेटी) का गठन किया जाएगा, जो परियोजना की प्रशासनिक, वित्तीय और तकनीकी स्वीकृति और अनुश्रवण करेगी।
रुद्रपुर में 15 एकड़ जमीन पर 1872 घर बनेंगे
रुद्रपुर के बागवाला गांव में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 1872 घर बनाए जाएंगे। राजस्व विभाग ने पहले 15 एकड़ जमीन आवास विभाग को मुफ्त दी थी। कैबिनेट ने फैसला किया है कि आवास विभाग अब यह भूमि ऊधमसिंह नगर जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण को देगा।