Raksha Bandhan 2023: कब भाई की कलाई पर राखी बांधें..।यदि 30 या 31 को लेकर कठिनाई हो तो हर प्रश्न का उत्तर यहाँ मिलेगा।
डॉक्टर आचार्य सुशांत राज ने बताया कि भद्रा का साया रहने के कारण राखी 30 और 31 अगस्त दो दिन मनाई जाएगी। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, रक्षाबंधन का पर्व हर बार भद्रा रहित समय पर मनाया जाता है। रक्षाबंधन भी इस वर्ष भद्रा का साया होगा।
हिंदू धर्म में रक्षाबंधन का त्योहार बहुत खास है। हर साल इस उत्सव को भव्य रूप से मनाया जाता है। बहनें अपने भाइयों को राखी बांधकर उनकी लंबी आयु और खुशहाली की कामना करती हैं। वहीं भाई बहन को उपहार देते हुए उसकी रक्षा करने के लिए हमेशा तैयार रहता है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, श्रावण शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को भाई-बहन के प्रेम का त्योहार मनाया जाता है। रक्षाबंधन इस बार 30 अगस्त और 31 अगस्त दो दिनों तक मनाया जाएगा, डॉक्टर आचार्य सुशांत राज ने बताया। रक्षाबंधन का पर्व वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार श्रावण माह की पूर्णिमा तिथि और अपराह्र काल में मनाना शुभ होता है, लेकिन इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि भद्रा काल नहीं होना चाहिए।
30 घंटे तक भद्रा का साया
रक्षाबंधन के दिन भद्रा का साया रहे तो भाई की कलाई पर राखी नहीं बांधनी चाहिए। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस वर्ष 30 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा के दिन भद्राकाल शुरू होगा। 30 अगस्त को रात 09 बजकर 02 मिनट तक भद्रा रहेगी। रक्षाबंधन का त्योहार शास्त्रों के अनुसार भद्राकाल में नहीं मनाया जाता है।
हमेशा भद्रा रहित काल में ही राखी बांधना शुभ है। राखी बांधने के लिए भी श्रावण पूर्णिमा की दोपहर सबसे अच्छी है। लेकिन इस वर्ष रक्षाबंधन की श्रावण पूर्णिमा 30 अगस्त से शुरू होती है और पूरे दिन भद्रा रहेगी।
31 को सुबह-सुबह राखी लगाना शुभ है
30 अगस्त को रक्षाबंधन का मुहूर्त दिन में नहीं होगा। 30 अगस्त को रात 09 बजकर 02 मिनट तक भद्रा रहेगी। 30 अगस्त को रात 09 बजकर 02 मिनट पर राखी बांधी जा सकती है। रात को राखी बांधना अशुभ है। 31 अगस्त को हिंदू पंचांग के अनुसार श्रावण पूर्णिमा 07 बजकर 05 मिनट तक रहेगी और भद्रा नहीं रहेगा। यही कारण है कि 31 अगस्त को सुबह-सुबह राखी बांधना शुभ है।
रक्षाबंधन के शुभ अवसर
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रक्षाबंधन श्रावण पूर्णिमा: ३० अगस्त २०१३
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राखी बांधने के लिए आवश्यक समय: 30 अगस्त 2023 की रात 9 बजे 3 मिनट के बाद
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रक्षाबंधन श्रावण पूर्णिमा तिथि 31 अगस्त को सुबह 7 बजे 5 मिनट तक समाप्त होगी।
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रक्षाबंधन भद्रा खत्म होने का समय: 30 अगस्त 2023 की रात 9 बजे 3 मिनट पर
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रक्षाबंधन पूंछ: 30 अगस्त की शाम पांच बजे से छह बजे तक
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रक्षाबंधन भद्रा की ओर देखो: 30 अगस्त 2023 को शाम 06:31 से रात 08:11 बजे तक
रक्षाबंधन पर क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए:
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रक्षाबंधन का त्योहार भद्रारहित समय पर ही मनाएं।
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रक्षाबंधन के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद पूरे घर को गंगाजल से धो दें।
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स्नान करने के बाद अपने सभी देवी-देवताओं का स्मरण करें और उनका आशीर्वाद लें।
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फिर शुभ मुहूर्त को देखते हुए राखी की थाली को सजाएं।
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तांबे या पीतल की थाली में राखी, अक्षत, सिंदूर, मिठाई और रोली रखना अनिवार्य है।
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रक्षाबंधन पर अपने कुलदेवता को रक्षा सूत्र समर्पित करें।
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राखी बांधते समय भाई का मुख पूर्व दिशा में होना सुनिश्चित करें।
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बहनें भाई के माथे पर तिलक लगाने के बाद कलाई पर राखी बांधें।
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भाई के दाहिने हाथ पर बहनें राखी लगाई।
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इसके बाद दोनों बहनें एक दूसरे को प्यार करें।
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