Uttarakhand की मौसम समाचार: तेज बारिश शुरू हुई और बुधवार दोपहर तक जारी रही, जिससे बदरीनाथ हाईवे मैठाणा, नंदप्रयाग, छिनका, भनेरपानी, बैनाकुली, पागलनाला, टंगणी, गुलाबकोटी, पीपलकोटी नगर पंचायत में मलबा और बोल्डर आने से बंद हो गया।
बुधवार को बारिश के कारण बदरीनाथ हाईवे नौ जगहों पर बंद हो गया। देर शाम तक चार स्थानों पर मलबा हटाने का काम चलता रहा, और पांच स्थानों पर सड़क सुचारु हो गई। हाईवे बंद होने से बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब जाने वाले 800 से अधिक यात्री विभिन्न स्थानों पर फंस गए।
क्षेत्र में मंगलवार रात से तेज बारिश हुई, जो बुधवार दोपहर तक जारी रही. इससे बदरीनाथ हाईवे मैठाणा, नंदप्रयाग, छिनका, भनेरपानी, बैनाकुली, पागलनाला, टंगणी, गुलाबकोटी, पीपलकोटी नगर पंचायत के पास मलबा और बोल्डर आने से बंद हो गया। एनएचआईडीसीएल और बीआरओ की जेसीबी सुबह से मलबा हटाने में लगी थीं. इससे हाईवे को भनेरपानी में प्रातः साढ़े 11 बजे, पीपलकोटी में साढ़े 12 बजे, छिनका में दोपहर साढ़े बारह बजे और मैठाणा व नंद्रपयाग में शाम करीब पांच बजे खोला जा सका।
बैनाकुली, पागलनाला, टंगणी और गुलाबकोटी में भी मलबा हटाया जाता रहा। वहीं दिन भर हाईवे बंद रहने से तीर्थयात्रियों को परेशानी हुई। मार्ग खुलने के लिए अधिकांश पर्यटक वाहनों में बैठकर इंतजार कर रहे हैं। जबकि कई यात्री गाड़ी वहीं छोड़कर होटलों में रुक गए। दिल्ली से एक तीर्थयात्री शुभंकर शर्मा ने बताया कि वे परिवार के साथ बदरीनाथ धाम जा रहे थे, लेकिन पीपलकोटी के पास सड़क बंद हो गई, इसलिए वे धाम नहीं जा पाए।
यमुनोत्री राजमार्ग दो स्थानों पर दो घंटे तक बंद रहा
बारिश के कारण ओजरी डाबरकोट और हनुमानचट्टी में बोल्डर और मलबा आने से यमुनोत्री राजमार्ग बंद हो गया। ऐसे में दोनों वाहन अटक गए। दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद एनएच विभाग ने जेसीबी लगाकर मार्ग को फिर से चालू कर दिया। वहीं, मार्ग बंद होने से गीठ पट्टी के लोगों को हर दिन मुसीबत का सामना करना पड़ता है। वहीं, ओजरी डाबरकोट और हनुमानचट्टी में निरंतर भूस्खलन जोखिम में डाल रहे हैं। वहीं गंगोत्री हाईवे सुचारु रूप से चलता रहा।