देहरादून। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षाओं पर ऑनलाइन और ऑफलाइन परीक्षाओं के अलग-अलग गैंग सक्रिय है। आयोग के पूर्व अध्यक्ष एस राजू ने बताते हैं कि इस वजह से चाहकर भी वह आठ से अधिक ऑनलाइन परीक्षाएं नहीं करा पाए। आयोग के अध्यक्ष रहे एस राजू ने कहा कि आयोग की परीक्षाओं में बड़े पैमाने पर नकल माफिया सक्रिय हैं। इनमें कई सफेदपोश से लेकर कोचिंग संस्थानों के मालिक भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि ऑफलाइन परीक्षाओं का अलग और ऑनलाइन परीक्षाओं का अलग गैंग है। उन्होंने पेपर लीक जैसी ऑनलाइन घटनाओं से सुरक्षा के तौर पर ऑनलाइन मोड में परीक्षाएँ शुरू की। वन दरोगा, सहायक कृषि अधिकारी, पशुधन प्रसार अधिकारी, सहायक लेखाकार, जेई, वैयक्तिक सहायक जैसी आठ परीक्षाएं ऑनलाइन भी कराई पर ऑफलाइन परीक्षा के माफिया परीक्षाओं के विरोध में दुष्प्रचार पर उतर आए। दबाव में आकर आगे की ऑनलाइन परीक्षाओं का फैसला रोक लिया। जब भी कोई ऑफलाइन परीक्षा कराई जाती है तो ऑनलाइन नकल माफिया के दुष्प्रचार में जुट जाते हैं ताकि आयोग दबाव में आकर ऑनलाइन परीक्षाएं कराए। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष एस राजू का इस्तीफा शासन को मिल गया है। अभी उच्च स्तर पर कोई निर्णय नहीं हो पाया है। माना जा रहा है कि सोमवार तक शासन इस पर कोई न कोई फैसला ले लेगी। आयोग का नया अध्यक्ष बनाए जाने संभावनाएं जताई जा रही हैं। आयोग के अध्यक्ष एस राजू ने पांच अगस्त को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उनका सितंबर महीने में कार्यकाल खत्म हो रहा था। लेकिन नियुक्तियों में धांधली को लेकर आयोग की कार्यप्रणाली पर ‘सवाल उठने से से आहत होने के बाद राजू ने अध्यक्ष पद से से इस्तीफा दे दिया। सचिव कार्मिक शैलेश बगौली ने इस्तीफा प्राप्त होने की पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि कार्मिक एवं सतर्कता विभाग ने राजू का इस्तीफा निर्णय के लिए उच्चस्तर पर भेजा है। विभाग को इस मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों का इंतजार है। माना जा रहा है कि सोमवार तक इस पर कोई न कोई निर्णय हो जाएगा। चर्चा यह भी है कि सरकार नया अध्यक्ष बनाए जाने की प्रक्रिया जल्द शुरू कर सकती है। फिलहाल नए अध्यक्ष की नियुक्ति का इंतजार है।