देहरादून। सरकारी नौकरी के नाम पर बेरोज़गार युवकों से डेढ़ करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने वाली फरार इनामी महिला आरोपी को नेहरू कॉलोनी थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पत्रकार वार्ता के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि वर्ष 2019 में नौकरी लगाने के नाम पर 90 अभ्यर्थियों से एक करोड़ 42 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया था। इस मामले में मृणाल धूलिया व उसकी पत्नी योगिता धूलिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
ये था पूरा मामला
उत्तरांखड आयुर्वेदिक यूनिवर्सिटी में फार्मासिस्ट के पदों पर नौकरी लगवाने व उत्तराखंड सरकार से 90 पदों का सृजन करने की एवज में यह धनराशि हासिल की थी। पुलिस ने मृणाल धूलिया को जुलाई 2020 दौरान हरियाणा से गिरफ्तार किया गया था जोकि इस समय जेल में है।
वहीं योगिता धूलिया लगातार फरार चल रही थी, जिसके विरुद्ध गैर जमानती वारंट (NBW) जारी हुए थे। साथ ही 15 हजार रुपये का ईनाम भी घोषित किया गया था।
पुलिस टीम ने आरोपी महिला योगिता धूलिया को रायगढ़ महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया। योगिता धूलिया ठगी के पश्चात से ही मुम्बई में ठिकाने बदल-बदल कर रह रही थी व अपनी पहचान गुप्त रखते हुए एप्टेक कंप्यूटर सेंटर में कंप्यूटर शिक्षक के तौर पर कार्य कर रही थी।
आरोपी की पहचान योगिता धूलिया निवासी ग्राम धुलकोट पोस्ट राजवाट कोटद्वार जिला पौड़ी गढ़वाल वर्तमान निवासी फ्लैट दव 401 बिल्डिंग नम्बर-12 ए-विंग गार्डिनिया तलोजा रायगढ़ नवी मुम्बई महाराष्ट्र के रूप में हुई है।