केदारनाथ: मंदिर के चढ़ावे की गिनती अब CCTV कैमरों से धाम में ग्लास हाउस में की जाएगी
बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) ने चढ़ाए गए नकदी, सोना और चांदी की गणना को पारदर्शी बनाने के लिए एक अलग ग्लास घर बनाया है।
अब शीशे से बना कमरा kedarnath मंदिर में चढ़ाने की गिनती करेगा। गिनती प्रक्रिया को देखने के लिए ग्लास हाउस में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। सोमवार को ग्लास हाउस का उद्घाटन किया गया और बाबा केदार की पूजा अर्चना की गई।
बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) ने चढ़ाए गए नकदी, सोना और चांदी की गणना को पारदर्शी बनाने के लिए एक अलग ग्लास घर बनाया है। इससे दान की राशि की गिनती पूरी तरह से साफ होगी। ग्लास हाउस का उद्घाटन पूजा-अर्चना के बाद बीकेटीसी के कार्याधिकारी रमेश चंद्र तिवारी और केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने किया। तब नए ग्लास घर में दान की गिनती शुरू हुई।
BKTc अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने मंदिर समिति की वित्तीय प्रणाली में पारदर्शिता लाने की कोशिश की है। एक दानदाता ने केदारनाथ मंदिर के पास एक ग्लास घर बनाया। इस बार लगातार खराब मौसम ने निर्माण सामग्री नहीं भेजी। जिससे ग्लास घर बनाने में कुछ देरी हुई। वेदपाठी यशोधर मैठाणी, लोकेंद्र रूवाड़ी, प्रदीप सेमवाल और अरविंद शुक्ला इस अवसर पर उपस्थित थे।
BKTC ने 18 करोड़ रुपये कमाए
श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने केदारनाथ में अब तक 18 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की है। इस राशि में प्रोटोकॉल पालन करने वाले शिवभक्तों से 45 लाख रुपये की आय भी शामिल है। बीकेटीसी के अनुसार, कपाट खुलने से अब तक केदारनाथ में 15000 से अधिक प्रोटोकॉलधारी पर्यटक पहुंच चुके हैं।
श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति को कपाट खुलने के बाद से kedarnath में 18 करोड़ रुपये, बदरीनाथ में 16 करोड़ रुपये और केदारनाथ में दान-दक्षिणा से 16 करोड़ रुपये मिल चुके हैं। बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि प्रोटोकॉलधारी वीवीआईपी और वीआईपी अतिथि श्रद्धालुओं को इस बार 300 रुपये देना होगा। यात्रा के दौरान कुल 18 करोड़ रुपये कमाए गए हैं। kedarnath धाम में प्रत्येक दिन दान, चढ़ावा और वीआईपी शुल्क का रिकार्ड बनाया जाता है
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