देहरादून। उत्तराखंड की नवनियुक्त मुख्य सचिव वरिष्ठ आईएएस अधिकारी राधा रतूड़ी को बनाया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राधा रतूड़ी के नाम की सिफारिश की थी। 1988 बैच की आईएएस राधा रतूड़ी को उत्तराखंड की पहली महिला मुख्य सचिव बनने का गौरव प्राप्त हुआ। राधा रतूड़ी अभी अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री, गृह, सचिवालय प्रशासन की जिम्मेदारी संभाल रही रहीं थीं। मुख्य सचिव की जिम्मेदारी देख रहे सुखबीर सिंह संधू एसएस संधू का सेवा विस्तार 31 जनवरी को खत्म हो रहा था। सुखबीर सिंह संधू को एक और सेवा विस्तार मिलने की उम्मीद जताई जा रही थी।
उत्तराखंड को पहली महिला मुख्य सचिव का गौरव
जुलाई 2023 में रिटायर होनेवाले सुखबीर सिंह संधू की सेवा अवधि अगले छह महीनों के लिए बढ़ाया गया था।
राज्य के सर्वोच्च प्रशासनिक पद पर पहुंचने वाली पहली महिला राधा रतूड़ी का कार्यकाल भी दो महीनों का शेष है। लोकसभा चुनाव को देखते हुए राधा रतूड़ी को सेवा विस्तार मिल सकता है। ऐसे हमारे सूत्र बताते हैं।
लोकगीत के प्रति खास लगाव
चर्चा है कि राधा रतूड़ी घर के कामकाज खुद भी करती हैं। अपने बच्चों को भी अपने काम दूसरों पर छोड़ने की बजाए खुद करना सिखाया है। महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों के प्रति भी वे बेहद संजीदा रहीं। राधा रतूड़ी अपने फैसलों के लिए जितनी दृढ़ रहती हैं, उतनी ही भावुक हुए बच्चों और लड़कियों के प्रति भी रहती हैं। आईएएस राधा रतूड़ी अपनी संस्कृति से भी खासा लगाव रखती हैं। पढ़ने-लिखने की शौकीन होने के साथ ही लोकगीतों के प्रति भी उनका लगाव कई मंचों पर झलकता है। इनके पति डॉ. अनिल रतूड़ी उत्तराखंड डीजीपी पद से रिटायर हो चुके हैं। दोनों की छवि ईमानदार अधिकारियों के रूप में रही है।
दो महीने बाद राधा रतूड़ी का बढ़ाया जाएगा कार्यकाल?
राधा रतूड़ी की सेवानिवृत्ति के बाद वरिष्ठ आईएएस अधिकारी आनंद वर्धन को प्रदेश का सर्वोच्च प्रशासनिक पद सौंपे जाने की चर्चा है। उत्तराखंड की ब्यूरोक्रेसी में राधा रतूड़ी की गिनती ईमानदार और सख्त अफसरों में होती है। राधा रतूड़ी देहरादून, टिहरी जैसे जिलों की डीएम रह चुकी हैं। उत्तराखंड राज्य गठन से अब तक सर्वोच्च प्रशासनिक पद किसी महिला को नहीं दिया गया है। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी राधा रतूड़ी अब उत्तराखंड की पहली महिला मुख्य सचिव हैं।