देहरादून। उत्तराखंड से फोरेन ( विदेश) जाने की चाह रखने वाले युवाओं व श्रमिकों को अब जानकारी के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा। इसके लिए विदेश मंत्रालय देहरादून में प्रोटेक्शन आफ इमीग्रेंट्स (पीओई) कार्यालय खोलने जा रहा है। कार्यालय के लिए भवन की तलाश की जा रही है।
उत्तराखंड से हर साल बड़ी संख्या में युवा व श्रमिक विदेशों में नौकरी व अध्ययन के लिए आवेदन करते हैं। विदेश जाने की प्रक्रिया की समुचित जानकारी के अभाव में वे कई बार गलत व्यक्तियों के चुंगल में भी फंस जाते हैं। ऐसे व्यक्तियों को पैसा देने के बाद पता चलता है कि उनके साथ ठगी हुई है। लंबा इंतजार करना पड़ता है
कई बार वीजा पाने के लिए युवाओं व छात्रों को प्रक्रिया की सही जानकारी न होने के कारण लंबा इंतजार करना पड़ता है। प्रदेश में कबूतरबाजी (अवैध रूप से विदेश भेजना) की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए प्रदेश सरकार ने केंद्र से यहां एक कार्यालय खोलने का अनुरोध किया था। जिससे युवाओं, छात्रों और श्रमिकों को विदेश जाने की सही प्रक्रिया की जानकारी मिल सके और उनके साथ कोई ठगी व धोखाधड़ी न हो।
इसी वर्ष अप्रैल में विदेश मंत्रालय की एक टीम देहरादून आई थी, जिसने यहां अधिकारियों से वार्ता करने के बाद पीओई खोलने का आश्वासन दिया था। साथ ही राज्य सरकार से इस संबंध में प्रस्ताव भी भेजने को कहा था। राज्य सरकार द्वारा भेजे गए इस प्रस्ताव को अब केंद्र ने मंजूरी प्रदान कर दी है।
अपर सचिव गृह रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि विदेश जाने वाले व्यक्तियों के लिए पीओई खासा मददगार साबित होगा। उन्होंने बताया कि केंद्र ने प्रदेश सरकार के प्रस्ताव को स्वीकृति दी है। अब जिलाधिकारी देहरादून से कहा गया है कि कार्यालय के लिए भवन की तलाश की जाए। भवन मिलने के बाद विदेश मंत्रालय से यहां कार्यालय खोलने का अनुरोध किया जाएगा।