देहरादून। सरकारी स्कूलों में ताले लगने का सिलसिला जारी है। शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने प्रदेश के कम छात्र संख्या वाले प्राइमरी स्कूलों को विलय करने फैसला लिया है इसके चलते करीब दो हजार स्कूल बंद होने जा रहे हैं।
घटती छात्र संख्या और पलायन की वजह से बंद हो रहे प्राइमरी स्कूल।
प्रदेश में पलायन हो रहा है मूलभूत सुविधाओं की कमी के कारण। सरकार शिक्षा के स्तर को उठाने के दावे जरूर करती है लेकिन समस्या की जड़ को समाप्त करने का प्रयास नहीं कर रही है। अगर गांव में मूलभूत सुविधाएं जुटाई जाए तो छात्र संख्या घटने के कारण स्कूल बंद करने की नौबत नहीं आएंगी, क्योंकि पलायन पर अंकुश लगेगा और स्कूलों को बच्चे मिलेंगे और युवाओं को रोजगार। पर्वतीय क्षेत्रों में अगर विकास करना है तो हमें सबसे पहले सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य पर ध्यान देना होगा जिससे राज्य उन्नति के पथ पर अग्रसर होगा।
https://youtu.be/-CRGvAFS4kk