Sawawan Somvar: इस शिव मंदिर में जलाभिषेक के दौरान भक्त अचानक फोटो खिंचवाने के लिए भागने लगे
सोमवार को बहुत से भक्त जल चढ़ाने के लिए शिवालयों में पहुंच रहे हैं। सुबह से ही बड़े-छोटे सभी शिवालयों में भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है, लेकिन उत्तराखंड के रुद्रपुर में अचानक श्रद्धालुओं की भीड़ बेकाबू हो गई। जलाभिषेक के दौरान हुई एक घटना सबको पता चली। भक्तों की भारी भीड़ इसके बाद यहां आ गई।
रुद्रपुर के इंदिरा बंगाली कालोनी में स्थित शिव मंदिर में आंखों की आकृति दिखने पर लोगों की भीड़ लग गई। लोग कहते हैं कि शिवलिंग में आंखों की आकृति दिखती है। समाचार फैलते ही लोग मंदिर में पहुंचकर शिवलिंग का दर्शन करने और फोटो लेने लगे।
मंदिर के पास रहने वाले आशीष ने बताया कि रविवार को पूजा करने आए एक व्यक्ति को शिवलिंग में आंखों की आकृति दिखी। रात 9.40 से शिव मंदिर में भारी भीड़ लग गई। रात 1.40 बजे तक मंदिर में भीड़ जमा हो गई। सोमवार की सुबह भी मंदिर में बहुत लोग आए।
सावन का महीना इस साल बहुत अलग है। इस सावन महीने में दो मासिक शिवरात्रि होंगी।
डॉ. आचार्य सुशांत राज ने बताया कि पंचांग के अनुसार इस माह में शिव पूजा के लिए सोमवार, प्रदोष व्रत और सावन शिवरात्रि का दिन बहुत खास है। इस साल सावन में दो मासिक शिवरात्रि हैं।
शिवरात्रि पर भगवान शिव को ओम नमः शिवाय मंत्र से जलाभिषेक करें। इससे पीड़ा कम होती है। तामसिक भोजन करने से बचने का ध्यान रखें।
शिव को फल, फूल, चंदन, बिल्व पत्र, धतूरा, धूप, दीपक और धूप से पूजें। शिवलिंग को पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और शक्कर) से स्नान करके जल से अभिषेक करें।
भोलेनाथ के आठ नामों (भव, शर्व, रुद्र, पशुपति, उग्र, महान, भीम और ईशान) को फूल अर्पित कर आरती और परिक्रमा करें।
कहा जाता है कि भगवान शिव को दूध से अभिषेक करना और बेलपत्र चढ़ाना पूजा का दोगुना लाभ देता है।
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